
कानपुर: शेर सिंह राणा ने लगाया आरोप “बेहमई कांड में नहीं हुआ न्याय, सांसद रहते फूलन देवी ने कोर्ट से गायब करवाए थे कागजात अपने समय की कुख्यात डकैट रहीं फूलन देवी ने 14 फरवरी 1981 को अपने गैंग के साथ कानपुर देहात जिले के बेहमई गांव में दिन दहाड़े 20 लोगों को लाइन में खड़ा करके गोली मार दी थी। इस घटना में 6 लोग गोली लगने से घायल भी हुए थे। मामले में फूलन देवी समेत 36 लोगों को आरोपी बनाया गया था उसी मामले में 43 साल बाद कानपुर देहात की एंटी डकैती कोर्ट ने एक आरोपी श्याम बाबू को अजीवन कारावास की सजा सुनाते हुए उस पर 50 हजार का जुर्माना लगाया। कोर्ट ने मामले के एक अन्य आरोपी विश्वनाथ को पुलिस द्वारा उसके खिलाफ कोई ठोस साक्ष्य पेश नहीं करने पर दोषमुक्त कर दिया। कोर्ट से फैसला आने के बाद फूलन देवी की हत्या करने वाले शेर सिंह राणा ने कहा की फैसला तो आया पर न्याय नही हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि मरने वालों के साथ अगर देश की जनता, भारत सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार न्याय करना चाहती है, तो राम अवतार, तुलसीराम, नजीर खान के साथ मरने वाले 17 राजपूतों के परिवारों को 10-10 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए।