
गोरखपुर
रिपोर्टः __अजीत पाण्डेय
गोरखपुर में मकान का छज्जा निकालने को लेकर हुए विवाद मे युवक की सिर कूचकर हत्या,12 आरोपी गिरफ्तार
गोरखपुर में गुरुवार की देर रात दो पट्टीदारों के बीच जमकर मारपीट हुई। दोनों तरफ से ईंट-पत्थर भी चले। इसमें एक युवक की उसी के पट्टीदारों ने सिर कूचकर हत्या कर दी। जबकि, दूसरा चचेरा भाई गंभीर रूप से घायल हो गया। आरोप है कि हमलावरों ने धारदार हथियार से भी हमला किया। घायल को इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। घटना का कारण मकान का छज्जा निकालने को लेकर विवाद बताया जा रहा है।
घटना रामगढ़ताल इलाके के खिरवनिया की है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और मामले की पड़ताल में जुट गई है। वहीं, इस मामले में पुलिस ने 7 महिलाओं समेत 14 पर हत्या और हत्या की कोशिश करने का केस दर्ज कर 12 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति है। एहतियात के तौर पर गांव में फोर्स तैनात कर दी गई है। खिरवनिया गांव के हीरा निषाद और मुराली आपस में पट्टीदार हैं। दोनों चचेरे भाईयों के बीच छत का छज्जा निकालने को लेकर साल 2018 से विवाद चल रहा है। इसे लेकर दोनों पक्षों में पहले भी कई बार पंचायत और मारपीट हो चुकी है। दो महीने पहले भी दोनों परिवार के लोग आमने- सामने आ गए थे। गुरुवार की रात हीरा का बेटा कुंज बिहारी दरवाजे पर अपने चचेरे भाई सुरेंद्र के साथ बैठा था। छज्जा निकालने की बात को लेकर मुराली के परिजनों से उसकी कहासुनी हो गई। कुछ ही देर में कहासुनी मारपीट में बदल गई। आरोप है कि इस बीच दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया। मुराली और उसके परिवार के लोग कुंज बिहारी और उसके सुरेंद्र को खींचकर अपने घर उठा ले गए। बरामदे में घेरकर लाठी- डंडा और हाकी से हमला करने के बाद उसका सिर कूच दिया। आरोप है कि धारदार हथियार से भी गले और शरीर पर कई जगह हमला कर दिया। वहीं, हमले के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। परिवार के लोग दोनों चचेरे भाइयों को जिला अस्तपाल ले गए। डाक्टरों ने सुरेंद्र को मृत घोषित कर दिया। जबकि, कुंज बिहारी को बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। सुरेंद्र के बड़े भाई महेंद्र की तहरीर पर रामगढ़ताल पुलिस ने मुराली, नवनाथ, शिवनाथ, रामप्रताप, अमन, अमित, विजय उर्फ निरहू और सात महिलाओं के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश, बलवा, 7 CLA के तहत केस दर्ज कराया है। SP सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि इस मामले में 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दो अन्य की तलाश चल रही है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लोगो का मानना है कि आजादनगर पुलिस चौकी की लापरवाही से सुरेंद्र की जान चली गई। छज्जा निकालने को लेकर तीन महीने से दोनों पक्ष के लोग कई बार आमने-सामने आ चुके थे। हीरा का आरोप है कि मुराली जबरन उनकी भूमि पर छज्जा निकाल रहा था। विरोध करने पर मारने की धमकी दे रहा था। इस बात की कई बार पुलिस से भी शिकायत की गई। लेकिन, पुलिस ने मामले को कभी गंभीरता से नहीं लिया।