
संवाददाता अजीत पाण्डेय की खास खबर
22 जनवरी को अयोध्या धाम में आयोजित होने वाले प्रभु श्रीराम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने के लिए मिले बहुमूल्य निमंत्रण से सनातन धर्म और संस्कृति के करोड़ों श्रद्धालु जहाँ अपने आप को अत्यंत धन्य महसूस कर रहे हैं, वहीं कुछ ऐसे भी लोग देखने को मिल रहे हैं जो करोड़ों श्रद्धालुओं के आस्था के प्रति भगवान श्रीराम जन्मभूमि के मंदिर से भेजे गए प्रसाद रूपी अक्षत एवं निवेदन पत्र या निमंत्रण पत्र को अस्वीकार कर रहे हैं। ऐसे में बहुत ही दुख होता है यह देखकर की अभी भी इस जमाने में रावण जिंदा है। ये लोग राजनीति की रोटियां सेंकने के लिए कभी कभी अपने आपको हिंदू भी कहते हैं। ये घटना ग्राम सभा डेढुआ पट्टी प्रतापगढ़ से आया है। यहाँ आदमी यह कहते हुए नजर आ रहा है कि हम कोई चंदा या दान नहीं देते हैं, जबकि कार्यकर्ता कोई चंदा या दान नहीं मांग रहे थे। आदमी साफ मना करते हुए कहता है कि हम यह सब नहीं लेते है,जब कार्यकर्ताओं ने पूछा कि आप इसे क्यों नहीं लेना चाहते तब उन्होंने बताया कि हम राम को नहीं जानते हम ऐसी कोई चीज ग्रहण नहीं कर सकते हैं और हम राम को नहीं मानते हैं इससे साफ पता चलता है कि यह लोग सियासत गर्म कर रहे हैं और कुछ नहीं