
रिपोर्ट-अजीत पाण्डेय
रेडियो रिपेयरिंग की दुकान से मंत्री तक… जानें कौन हैं गोपाल कांडा जिन्हें गीतिका शर्मा सुसाइड केस में कोर्ट ने किया बरी सिरसा से विधायक गोपाल कांडा को राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने बरी कर दिया है। गोपाल कांडा गीतिका नाम की एयरहोस्टेस के आत्महत्या मामले में मुख्य आरोपी था। मुरली धर लख राम नाम से कांडा की एक एयरलाइंस कंपनी थी। इस कंपनी में गीतिका शर्मा नाम की एयर होस्टेस काम किया करती थी। 5 अगस्त 2012 में गीतिका ने सूइसाइड कर लिया। पुलिस ने सूइसाइड नोट देखा तो उसमें गोपाल कांडा का नाम था, जिसने हंगामा मचा दिया। कांडा पर आरोप था कि उन्होंने एयरहोस्टेस गीतिका को आत्महत्या के लिए उकसाया है। आखिर क्या है पूरा मामला
5 अगस्त 2012 को 23 साल की गीतिका ने उत्तरी पश्चिमी दिल्ली के अपने घर में पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली थी. गीतिका के पास से पुलिस ने एक 2 पेज का सुसाइड नोट बरामद किया था, जिसमें लिखा था कि गोपाल कांडा और उसका एक कर्मचारी उसका उत्पीड़न कर रहा है, इसलिए वो आत्महत्या कर रही है. आगे सुसाइड नोट में गीतिका ने लिखा कि ‘ मैंने अपनी जिंदगी में गोपाल कांडा से बेशर्म इंसान नहीं देखा. वो हमेशा झूठ बोलता है. रेडियो रिपेयरिंग से एयरलाइंस खोलने तक का सफर
कांडा 1998 के करीब रेडियो रिपेयर का काम करते थे,फिर कांडा जूते बेचने के कारोबार में आए और फिर रियल एस्टेस के बड़े कारोबारी बन गए. जिसके बाद उन्होंने एविएशन सेक्टर में कदम रखा और यहीं से गीतिका शर्मा की एंट्री हुई.गोपाल कांडा ने साल 2008 में गुड़गांव से MDLR एयरलाइंस की शुरुआत की. इसी एयरलाइंस में गीतिका शर्मा एयर होस्टेस थी. इसका नाम उन्होंने अपने पिता के नाम ‘मुरलीधर लेखा राम’ (MDLR) के नाम पर रखा था.
हालांकि, ये एयरलाइंस साल 2009 में बंद हो गई थी. एमडीएलआर बंद हो चुकी थी पर कंपनी चल रही थी. इसके साथ करीब 40 दूसरी कंपनियां भी चल रही थीं, कांडा की कंपनी में कई लड़कियां थीं. इन्हीं में से एक लड़की थी दिल्ली की गीतिका.