कोटा __
दमदार 24न्यूज़ _
यह कहानी है कोलकाता की स्नेहा दास की. छोटी-सी उम्र में जिसे फोबिया के चलते घर से बाहर निकलने में डर लगता था. हालात ऐसे हुए कि प्रेम में भी हार मिली, फिर डॉक्टर ने क्लिनिकल डिप्रेशन और बाइपोलर डिसऑर्डर डायग्नोज किया. दवाएं और काउंसिलिंग के साथ ही की पढ़ाई और क्रैक कर दिया आईआईटी एग्जाम. स्कूल के दौरान स्नेहा का स्पेशल फ्रेंड बना. हालांकि बाद में स्नेहा का उससे ब्रेकअप हो गया और डिप्रेशन में चली गई. इसके बाद घर वालों ने तैयारी करने के लिए कोटा भेज दिया. जहां कुछ नए दोस्त बने जिन्होंने उसे डिप्रेशन से बाहर निकलने में मदद किया. जिसके बाद स्नेहा ने पढ़ाई शुरू की.. इसके बाद JEE Mains 2022 निकाल दिया, इसके बाद एडवांस भी निकाल दिया. आज स्नेहा आईआईटी रुड़की से इंजनियरिंग की पढ़ाई कर रही हैं.