प्लास्टर से मोटी रकम लेकर कर्बला की जमीन को सुरक्षित कर नापने में कर रहा आनाकानी “लेखपाल”

रिपोर्ट-अजीत पाण्डेय
प्लाटर से मोटी रकम लेकर कर्बला की जमीन को सुरक्षित कर नापने में कर रहा आनाकानी,,लेखपाल,, ग्रामीणों ने लेखपाल पर लगाए गंभीर आरोप,,,लेखपाल की तानाशाही से इलाके की जनता पूरी तरह त्रस्त,,,आखिर दर्जनों शिकायत के बाद भी लेखपाल पर कार्रवाई से क्यों कतरा रहा है जिला प्रशासन लेखपाल पर कार्रवाई न होने से लोगों में भारी आक्रोश,,, जनपद प्रयागराज चायल तहसील के आलम चंद गांव में एक तानाशाह लेखपाल ऐसा भी देखने को मिल रहा है की इलाके की जनता को पूरी तरह से त्रस्त कर दिया है जिसके विरुद्ध ग्राम प्रधान सहित ग्रामीणों ने लेखपाल के विरुद्ध दर्जनों शिकायत आलाधिकारियों से किया है लेकिन राजस्व अधिकारी उस तानाशाह लेखपाल पर पूरी तरह से मेहरबान है आखिर राजस्व अधिकारियों की लेखपाल पर मेहरबान होने का कारण क्या है ये एक बड़ी जांच का विषय है,,, बता दें कि नरना उर्फ आलम चंद में स्थित कर्बला की जमीन है उसी के आस पास सैकड़ो कब्रें भी बनी हुई है जिसमे 4 गांवों के लोगों के मुर्दे दफन होते हैं ये सिलसिला करीब 200 वर्षो से चला आ रहा है और पास के ही जमीन को किसी प्लाटर ने करीब 27 बीघा जमीन खरीदकर उसमे प्लाटिंग करने की नीयत से जे सी बी द्वारा जमीन को बराबर करने का कार्य इन दिनों बड़ी ही तेजी से हो रहा है पिछले बृहस्पतिवार को एक जे सी बी मशीन कर्बला की जमीन और कब्रों पर गरजने लगी और थोड़ी देर में दर्जनों कब्रों को जे सी बी द्वारा ध्वस्त कर दिया गया जब इसकी जानकारी ग्रामीणों को मिली तो भारी संख्या में लोग पहुंचकर जे सी बी को रोकने की कोशिश किया लेकिन जे सी बी चालक नही मान रहा था तभी किसी ने इसकी सूचना इंस्पेक्टर संदीपन घाट को दिया उन्होंने फौरन पुलिस बल भेजकर कार्य को रुकवा दिया उसके बाद लोगों ने इसकी सूचना एस डी एम चायल सहित राजस्व अधिकारियों को सूचित किया कि हम लोगों की कर्बला की जमीन और कब्रस्तानों को नाप कर सुरक्षित कर दिया जाय उस दिन तो एस डी एम चायल ने भी आश्वासन दिया कि मौके पर हल्का लेखपाल को भेजकर कर्बला व कब्रस्तानों की जमीन को सुरक्षित कर दिया जाएगा लेकिन कार्य रुकने के बाद कोई भी राजस्व अधिकारी या कर्मचारी अभी तक मौके पर नाप करने के लिए नही पहुंचा जिससे कि प्लाटर अपनी मर्जी के मुताबिक जहाँ भी मर्जी होती है जे सी बी चलवा रहा है अगर लोग इसका विरोध करते हैं तो प्लाटर साफ लहजों में कहता है कि आप लोग लेखपाल को बुलाकर नाप करवा लीजिए जब लोग लेखपाल के नम्बर पर फोन लगाते हैं तो उसका नम्बर स्विच ऑफ बता रहा है यदि किसी टाइम बात भी हो गई तो कोई न कोई बहाना बतलाकर हीलाहवाली करता चला आ रहा है राजस्व कर्मचारियों व अधिकारियों को इस मामले में संज्ञान न लेना लोगों को ये बात समझने में देर नही लगती की प्लाटर और राजस्व कर्मचारियों की पूरी तरह से सांठ गांठ है क्योंकि राजस्व अधिकारी जब तक लोगों की जमीन नाप कर सुरक्षित नही करते तब तक प्लाटर मनमाने ढंग से जहाँ भी चाहेगा जे सी बी चलवाएगा जबकिं लेखपाल के रवैये से इलाके की आम जनता पूरी तरह से त्रस्त हो चुकी उक्त लेखपाल को लोग तानाशाह नाम से पुकारने लगे है इस तानाशाही और अवैध वसूली को लेकर ग्रामीणों व कई ग्राम प्रधानों ने भी इसकी लिखित शिकायत तहसील से लेकर जिलाधिकारी तक किया है लेकिन उक्त तानाशाह लेखपाल पर कोई भी अधिकारी अंकुश लगाने व कार्रवाई करने से क्यों कतरा रहा है अब तो लोग दबी जुबान में ये भी कहने लगे है कि कहीं ऐसा तो नही की जिम्मदार अधिकारियों की शह पर ही लेखपाल अवैध वसूली करते हुए तानाशाही कर रहा हो क्योंकि अधिकारियों का लेखपाल पर कार्रवाई न करना ये एक बड़ी जांच का विषय है अब देखना ये है कि कोई भी अधिकारी कर्बला की जमीन और मुर्दो की बनी हुई कब्रस्तानों की जमीन को नाप कर सुरक्षित करेगा या ऐसे ही अन्य मामलों की तरह इस मामले को भी रद्दी टोकरी में फेंक दिया जाएगा क्योंकि अगले महीने मोहर्रम आने वाला है यदि ये मामला ठंडे बस्ते में डाला गया तो इसका खामियाजा तहसील प्रशासन को भुगतना पड़ेगा