
ये दफ्तर है सरकारी, न अधिकारी मिलते हैं न कर्मचारी मिले भी तो सोते हुए अधिकारी
जनपद रायबरेली
खाद एवं औषधि विभाग के अजीत कुमार सिंह का पूरा कारनामा*
कार्यालयों में कर्मचारी से लेकर अफसर निर्धारित समय के बाद कब तक आएंगे और कब चले जाएंगे कुछ कहा नहीं जा सकता। और जो अधिकारी मौजूद होते हैं वह भी सरकारी कुर्सी पर आराम से सो रहे हैं यहां कर्मचारियों व अधिकारियों की जमकर मनमानी चल रही है। ऐसा लग रहा है जैसे सभी आला जिम्मेदार सरकार व सरकारी नियमों को दरकिनार कर घूम रहे हैं, जिसके तहत आल्हा अधिकारी एवं कर्मचारी सुबह भी दफ्तर अपने तय समय से एक से दो घंटा लेट पहुंचते हैं और दोपहर में लंच का बहाना लेकर गायब हो जाते हैं या एकदम मस्त नींद में सोते रहते हैं जिससे दूरदराज से आए फरियादियों को काफी इंतजार के साथ परेशान होना पड़ रहा है!!
अब आप देख लीजिए यह है रायबरेली का सरकारी कार्यालय सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन का दफ़्तर और यहाँ सो रहे हैं अधिकारी वैसे भी सरकारी दफ़्तर में जब काम ना हो तो ऐसे ही सोना चाहिए क्यों की ऊपर पैसा जो पहुँच रहा है अब इनपर कार्यवाही करने वालों को ये पैसा पहुँचा रहे हैं तो कार्यवाही कहाँ से हो और योगी सरकार बार बार बोलती है की अगर कोई सरकारी काम ना करे या आपको बार बार टहलाये तो दिये गये नंबर पर कॉल करें तो इसको देखने के बाद क्या इनपर योगी सरकार कार्यवाही करेगी