उत्तर प्रदेश
सुल्तानपुर जेल में 21 जून को विजय पासी और मनोज रैदास के शव पेड़ पर लटके हुए मिले थे। दोनों दलित युवक हत्या के आरोप में बंद थे। जेल प्रशासन ने इसे सुसाइड बताया था।
मजिस्ट्रीयल जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दोनों की बॉडी पर चोट के 13 निशान थे। नाखून नीले पड़े थे, जो किसी जहरीले पदार्थ का इशारा करते हैं।
जिस दिन बॉडी लटकी मिली, उससे करीब 2 दिन पहले ही दोनों की मौत हो गई थी। सवाल है कि फिर जेल प्रशासन ने 2 दिन तक मौत को क्यों छिपाए रखा?
जेल परिसर में घटना के वक्त के CCTV कैमरे भी खराब मिले हैं। ये पूरी न्यायिक जांच रिपोर्ट जिला जज को भेज दी गई है।