नैनी प्रयागराज _
दमदार 24न्यूज़ संवाददाता अफ़रोज़ सिद्दीकी की ख़ास रिपोर्ट __
सूबे की योगी सरकार मे भ्रष्टाचार चरम पर, राशन के बदले कोटेदार बाँट रहा हैं रूपये
सरकारी सस्ते राशन की दुकान मे हो रहा बड़ा खेल, स्थानीय प्रशासन की भी हैं मिली भगत
नैनी, प्रयागराज, सूबे की योगी सरकार मे भी भ्रष्टाचारियों को किसी भी तरह का डर नहीं हैं, वह खुले आम वह रूपये बाँट रहा हैं, मामला नैनी पी डी ए कालोनी के अभिषेक सिन्हा कंट्रोल का हैं, मिली जानकारी के अनुसार सिन्हा कोटेदार ने कई महीनों का पूरा राशन बाजार मे बेच दिया, राशन कार्ड धारको से थम्म पहले हीं लगवाकर आज कल कर्ता रहा, दोबारा भी थम्म लगवाकर राशन के लिये लोगो को टहलाता रहा, ज़ब लोगो का गुस्सा फूटा तो वह अपनी आवाज बुलंद किया और नरेवाजी शुरू कर दिया, तो कोटेदार ने राशन शासन से न मिलने की बात कहकर टाल दिया, और सभी को अश्वस्त किया की सभी का राशन मै दूंगा, अगली बार, तब जाकर लोग हल्ला मचाना बंद किये उसके कुछ दिनों बाद एक एक करके आधे से अधिक लोगो को राशन के बदले रूपये देना शुरू कर दिया. जिसका वीडियो और फोटो किसी ने बनाकर सोशल मिडिया पर वायरल कर दिया. यह भी जानकरी राशन कार्ड धारको से मिली की यह कोई न्याय किस्सा इनका नहीं हैं वर्ष मे दो माह का राशन कोटेदार खा लेता हैं, शिकायत पर राशन कैंसिल कराने की धमकी भी देते हैं, लोगो ने यह भी बताया की हर राशन कार्ड मे से दो किलो राशन कम दिया जाता हैं, एक बार मे किसी को भी राशन नहीं मिलता हैं, पहले थम्म लगाना पड़ता हैं उसके बाद हप्ते भर आइये जाइये तब राशन मिल जाय तो अपना भाग्य हैं, लोगो का यह भी आरोप हैं की कंट्रोल की दुकान तो विचौलिए चलाते हैं, मुख्य रूप से उर्फ़ गुड्डू जायसवाल हैं जो कई वर्षो से राशन की दुकान चला रहे हैं. लोगो ने यह भी बताया की जिलाधिकारी, और स्थानीय आपूर्ति विभाग को हर माह मोटी रकम देते हैं, ज़ब हम 3-4 किलो हर राशन कार्ड से कटौती करेंगे तभी तो हमारी भरपाई हो पायेगी. सिन्हा कोटेदार का यह भी धमकी लोगो को रहता हैं की मेरा कोई कुछ नहीं कर पायेगा। राशन कार्ड धारको की मांग हैं की अभिषेक सिन्हा का राशन की दुकान का लाइसेंस रद्द होना चाहिए इससे सभी कार्ड धारक टर्स्ट हैं, कोटेदार का जो वीडियो फोटो वायरल हो रहा हैं उसमे कोटेदार खुद बैठा हैं, बगल मे एक ब्यती और बैठा हैं जो रुपयों की गड्डी लिये हैं जिससे साफ जाहिर हैं की राशन कार्ड धारको को राशन के बदले रूपये दें रहा हैं। अगर विभाग ईमानदारी से जाँच होंगी तो सिन्हा कोटेदार की असलियत सामने आ जाएगी।