इक़रा हसन लंदन से पढ़कर आई वो लडक़ी जिसका चुनाव वेस्ट यूपी की धड़कन बन चुका है
“लाल्ली(देहात में बेटी के लिए प्रयोग होता है) तू इंग्लैंड पढ़कर आई है अर अंग्रेजी तो बोलती नी, ऐसे ही बात करे जैसे हम कर रे, अर इंग्लैंड में तो जींस पहनने लड़कियां, तेरा तो हमनें कभी दुप्पटा भी सर से उतरा हुआ नी देखा , ऐ बेटे सच बता तू इंग्लैंड में पढ़ी है क्या !”
इक़रा हसन को कैराना लोकसभा के ऐलम गांव में बुजुर्गी की तरफ कदम रख रही एक महिला जब इक़रा हसन से यह कहती है तो इक़रा का जवाब अदुभुत होता जैसे वो कहती है ‘ अरी मां अब इंग्लैंड चले जाएं या पेरिस दिल मे तो किराना है (कैराना के स्थानीय निवासी कैराना को किराना कहते हैं) यो किराना दिल से नी निकलता”। मगर इससे भी बेहतरीन जवाब पास में खड़ी एक दूसरी बेटी की तरफ से आता है जो कहती है ‘एनीवे इक़रा कैन यू स्पीक इन इंग्लिश प्लीज़ “। इक़रा इस पर खिलखिलाकर हंसती है जो उनका ट्रेडमार्क बन चुका है।
इक़रा हसन कैराना के राजनीतिक घराने की सबसे कम उम्र में लोकसभा चुनाव लड़ने वाली युवती है, उनके दादा चौधरी अख्तर हसन (जिन्होंने मायावती को चुनाव में हराया था) पिता मुन्नवर हसन और माता तब्बसुम