संवाददाता-अजीत पाण्डेय
उत्तर प्रदेश के प्रत्येक थानेदारों को सरकारी वाहन मिले होते हैं, फिर अपराधी की गाड़ी में घूमना एक तरह का अपराध करने जैसा है
एक थानेदार की अपनी अहमियत होती है, परन्तु धनंजय राय जैसे दरोगा उस अहमियत को दांव पर लगाकर खाकी को कर देते नीलाम
सवा माह बाद संग्रामगढ़ के थानेदार धनंजय राय पर गिरी गाज, छिन गई थानेदारी, पुलिस लाइन में आमद कराने का पुलिस अधीक्षक ने दिया निर्देश