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ओडिशा हादसा में देवदूत बने RSS के स्वयंसेवक


रिपोर्ट-अजीत पाण्डेय
ओडिशा हादसा में देवदूत बने RSS के स्वयंसेवक, 550 यूनिट किया रक्तदान; मदद में भी रहे आगे
ओडिशा हादसा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिंदू जागरण मंच बजरंग दल सेवा भारती के स्वयंसेवकों की एक यूनिट बालेश्वर जिला अस्पताल भद्रक जिला मुख्यालय अस्पताल सोरो अस्पताल कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज व अन्य अस्पतालों में भी डटी रही।

बालेश्वर, जागरण संवाददाता: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 400 स्वयंसेवक बालेश्वर ट्रेन दुर्घटना में घायलों के लिए किसी देवदूत से कम नहीं थे। वो दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन की बोगियों में घुस-घुसकर घायलों को पीठ पर लादकर बाहर निकाल रहे थे।

इस समय तक एनडीआरएफ, जिला प्रशासन या रेलवे का भी कोई अधिकारी वहां नहीं पहुंचा था। इसके साथ ही वाट्सऐप पर सभी स्वयंसेवक को अलर्ट किया गया और रात साढ़े नौ बजे तक 400 स्वयंसेवक बालेश्वर व भद्रक से पहुंचे।

इससे पहले कि प्रशासन की टीम घटनास्थल पर पहुंचती, स्वयंसेवकों ने दर्द से तड़पते घायल यात्रियों को टेंपो, बाइक, कार सहित जो भी साधन मिले, उन्हें नजदीकी अस्पतालों में पहुंचाना शुरू कर दिया। शनिवार की शाम तक घायलों की मदद के लिए स्वयंसेवक 550 यूनिट रक्तदान कर चुके हैं और यह प्रक्रिया लगातार जारी है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक रवि नारायण पांडा ने बताया कि बाहानगा में ही हमारी शाखा लगती है। दुर्घटना स्थल से मात्र तीन किलोमीटर की दूरी पर संघ के जिला कार्यवाह विजय कुमार साहू रहते हैं। दुर्घटना की सूचना मिलते ही शाम साढ़े सात बजे सबसे पहले विभाग सह प्रचारक विष्णु प्रसाद नायक और 15 कार्यकर्ताओं के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और अंधेरे में ही राहत और बचाव कार्य में जुट गए।

इस समय तक एनडीआरएफ, जिला प्रशासन या रेलवे का भी कोई अधिकारी वहां नहीं पहुंचा था। इसके साथ ही वाट्सऐप पर सभी स्वयंसेवक को अलर्ट किया गया और रात साढ़े नौ बजे तक 400 स्वयंसेवक बालेश्वर व भद्रक से पहुंचे।

जिसे जो काम मिला उसी में लग गए
प्रांत प्रचारक के अनुसार, घटनास्थल पर पहुंचे स्वयंसेवकों को जो काम दिखा, उसी में जुट गए। कई स्वयंसेवक एनडीआरएफ व जिला प्रशासन के रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल हुए और घायलों को ट्रेन से निकालने का काम शुरू किया।
बचे स्वयंसेवक घायलों को एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाने, शवों को प्लास्टिक में बांधने, घायलों के बीच खाना व पानी का वितरण करने सहित लापता लोगों को खोजने के काम में जुट रहे।
अस्पतालों में भी डटे रहे
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, हिंदू जागरण मंच, बजरंग दल, सेवा भारती के स्वयंसेवकों की एक यूनिट बालेश्वर जिला अस्पताल, भद्रक जिला मुख्यालय अस्पताल, सोरो अस्पताल, कटक स्थित एससीबी मेडिकल कॉलेज व अन्य अस्पतालों में भी डटी रही।

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