काश मुझ विकलांग व्यक्ति को भी कोई हमें मेरी मंजिल तक पहुंचा देता
प्रयागराज जनपद में एक विकलांग व्यक्ति जब अपने ज़रूरी कार्य के लिए विकास भवन में पहुंचा तो विभाग में जाने के लाचार हो गया जानते हैं ऐसे क्यों ख़बर कुछ इस तरह से है खबर पढ़ कर लोगों को खलबली जरूर मचे गई पर सच हमेशा कड़वा ही होता है काश इस विकलांग व्यक्ति के लिए भी लिफ्ट व्यवस्था होती तो शायद यह व्यक्ति आसानी से कार्यालय तक तक पहुंच जाता प्रदेश सरकार विकलांगो को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से पानी की तरह पैसा बहा रही है पर इस तरह की तस्वीरें देखने पर यह लगता है कि विभाग की कहीं न कहीं लापरवाही ज़रूर उजागर होती दिखाई पड़ रही है कभी कभी विकलांगो को पीड़ा में देखकर यही लगता है कि विकलांगो को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने का दावा शायद कागजों तक ही सीमित रहा करती है इस बाबत जिम्मेदार लोगों से जानकारी लेने का प्रयास किया गया लेकिन हमेशा की तरह फिर से अधिकारियों की बड़ी लापरवाही नज़र आई अब देखना है कि विकास भवन प्रशासन विकलांग व्यक्तियों को पूरी तरह सुविधाए से लैस कराने में किस तरह की भूमिका निभाएं गा