क्या एसडीएम ज्योति मौर्य को नौकरी से हटा दिया गया? जानें क्या है सोशल मीडिया में चल रही खबर की सच्चाई
दरअसल, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर कई ऐसे वीडियो चल रहे हैं जिसमें दिखाया जा रहा है कि एसडीएम ज्योति मौर्य पर योगी सरकार ने कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें पद से हटा दिया है। लेकिन यह सच्चाई नहीं है। उन्हें पद से अभी हटाया नहीं गया है न ही उनके खिलाफ अभी कोई जांच बिठाई गई है। लेकिन उम्मीद है कि एक कमेटी जल्द ही उनकी जांच कर सकती है।
पीसीएस अधिकारी को कौन बर्खास्त कर सकता है
पीसीएस अधिकारी को राज्य सरकार बर्खास्त कर सकती है। अगर कोई अधिकारी जांच में भ्रष्टाचार को दोषी पाया जाता है या किसी गंभीर क्राइम में लिप्त होता है तो इस स्थिति में सेवा से बर्खास्त किया जा सकता है। इसके अलावा कोई पुरुष कर्मचारी दुष्कर्म जैसे मामले में लिप्त पाया जाता है और अदालत से उसे सजा होती है तो उसे सेवा से बर्खास्त किया जा सकता है।
तथाकथित प्रेमी मनीष दुबे की नौकरी भी खतरे में
भ्रष्टाचार के आरोप में घिरीं एसडीएम ज्योति मौर्या के साथ-साथ अब उनके तथाकथित प्रेमी कमांडेंट मनीष दुबे की नौकरी खतरे में पड़ती दिखाई दे रही है। दरअसल जब यह मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास पहुंचा तो होमगार्ड हेड क्वार्टर ने प्रयागराज में तैनात डीआईजी को मामले की जांच के आदेश दे दिए थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डीजीपी ने कहा है कि पूरी तरह से जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
कौन है कमांडेंट मनीष दुबे
मनीष दुबे गाजियाबाद में होमगार्ड के कमांडेंट के पद पर पोस्टेड हैं। एसडीएम ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्या के मुताबिक कमांडेट मनीष दुबे की पत्नी भी परिवार के उजाड़ने का आरोप लगा रही हैं। ऐसे में कमांडेंट मनीष दुबे बुरी तरह फंसते नजर आ रहे हैं। अब देखने वाली बात होगी कि मनीष दुबे के ऊपर किस कानून के तहत कार्रवाई होती है। मनीष दुबे के तथाकथित चैट भी वायरल हुए हैं।