पीडित की हुई मौत, महीने भर में नहीं दर्ज हुई एफ आई आर, परिजनों ने हत्या की जतायी अशंका
अमेठी-पीपरपुर थानान्तर्गत कल्यानपुर के पंकज कुमार कनौजिया सुत बिरजू कनौजिया १ फरवरी २०२४ को समय लगभग ६ बजे शाम को सब्जी लेने गैरिकपुर गया था। सब्जी लेकर घर आते ही गांव के ही शिवम पुत्र कुंवर पाल सिंह ने गैरिकपुर बाजार चलने के लिए कहने लगा तो पंकज द्वारा मना कर दिया गया किन्तु शिवम द्वारा बहला फुसलाकर घूमने के लिए कहकर ले जाया गया। घर से जाने के कुछ समय बाद पता चला कि पंकज किसी हादसा का शिकार हो गया। जिसमें पंकज को काफी चोटे आयी हैं यह सुनते ही मृतक के परिजनो ने सूचना पाकर देखने के लिए मौके पर पहुंचा तो देखा कि पंकज खून से लथपथ बेहोसी की हालत में पडा हुआ था और उसका सिर फटा हुआ था। सिर में किसी धारदार हथियार से कई वार किया गया था। जब प्रार्थी अपने पुत्र को जिला अस्पताल सुलतानपुर लेकर गये तो डाक्टरों ने जब देखा कि मामला ज्यादा गम्भीर है तो मेडिकल कालेज लखनऊ के लिए रेफर कर दिया। दिनों दिन पंकज की हालत नाजुक होती गयी इजाज के दौरन मेडिकल कालेज में २२ दिन इलाज के दौरान पंकज की मृत्यु हो गयी। मृतक के भाई का कहना है कि मृतक और शिवम दोनों एक ही गाडी से से गये थे तो शिवम को जरा भी चोट क्यों नहीं आयी और गाडी व मोबाइल लाकर मेरे पडोस में दे कर अपना मोबाइल स्वीच आफ करके चला गया। शासन प्रशासन को सूचित करने के बाद भी कोई मदद नहीं मिली है। खबर लिखे जाने तक पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गयी है।और जब पत्रकारों द्वारा क्षेत्राधिकारी से बाइट देने की बात कही गयी तो क्षेत्राधिकारी द्वारा यह कहकर टाल दिया गया कि अंतिम संस्कार हो जाने दीजिए उसके बाद बाइट देंगे।किन्तु बाद में क्षेत्राधिकारी द्वारा बाइट नही दिया गया। मृतक का परिवार अभी भी सदमें है तथा डरा व सहमा हुआ है। कि कहीं किसी दिन मेरे परिवार के ऊपर कोई भी अनहोनी हो सकती है।