प्राइवेट अस्पताल या लूटपाट केंद्र प्राइवेट अस्पतालों के लिए सबसे बड़ा रुपैया
प्राइवेट अस्पताल या लूटपाट केंद्र
प्राइवेट अस्पतालों के लिए सबसे बड़ा रुपैया
(सूत्र)धरती का भगवान कहे जाने वाले कुछ (चिकित्सक) डॉक्टर अकूत धन कुबेर बनने के लिए इस पेशे को दागदार कर रहे हैं । खून की जांच, पेशाब की जांच शुगर की जांच, थायराइड की जांच, X-ray report ultrasound report, MRI report, न जाने कौन-कौन सी जांच रिपोर्ट सिर्फ इसलिए करवाते हैं कि उनका मोटा मुनाफा कमीशन बन सके । पेशेंट जिंदा रहे या मर जाए उन्हें कोई परवाह नहीं होता । ऐसे अस्पताल चिकित्सक पेशेंट को तब तक सब कुछ सामान्य है सब ठीक है कह कर परिजनों से रुपए ऐंठते रहते हैं जब तक वह मरणासन्न स्थिति में न पहुंच जाए । जब मरीज का बचना ना मुमकिन हो जाता है तो वेंटीलेटर का बहाना बता करके अपनी जान छुड़ाकर कहीं और रेफर कर देते हैं । जिससे कि मरीज अगर मर भी जाए तो उनका कॉलर सफेद ही रहे और उनपे कोई दाग ना लगे । हद तो तब हो जाती है जब मरणासन्न स्थिति में रेफर करते हुए केश बिगाड़ने का भी चार्ज मांग लेते हैं तो उस समय ऐसा लगता है जैसे मानो किसी ने तीमारदारों (परिजन) के गाल पर तमाचा मारा है । बड़े बेशर्मी के साथ जब तक कुछ पैसा और नहीं ऐठ लेते तब तक पेशेंट को इलाज के लिए जाने भी नही देते हैं ।
कुछ ऐसा ही मामला प्रयागराज के करैली से सामने आया है । जहां बी ब्लॉक की रहने वाली एक 30 वर्षीय महिला की करैली C ब्लॉक में स्थित के एक प्राइवेट हॉस्पिटल और उसके लापरवाह डॉक्टर्स ने गलत इलाज करके उसकी जान ले ली । परिजन का आरोप है की मरीज की स्थिति सामान्य है कह कर के तब तक पैसे की लूटपाट मचाई गई जब तक उसकी हालत एक दम सीरियस नहीं हो गई । उसके बाद उसे वेंटिलेटर का बहाना बता करके स्वरूप रानी मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया है । वहां पहुंचने के कुछ समय बाद ही इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई । ऐसे अस्पताल और डॉक्टर्स पर जल्द ही कार्रवाई करवाने के लिए उच्च अधिकारियों से मिल कर शिकायत की जाएगी । ऐसे हॉस्पिटल का लाइसेंस निरस्त कराया जाएगा ।