मुम्बई __
दमदार 24न्यूज़ संवाददाता अजीत पाण्डेय __
प्रेस वेलफेयर फ़ाउंडेशन ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र कुमार पाण्डेय के द्वारा दिया गया सन्दर्भ __
अब तो बस दो दिनों की बात है जब २२ जनवरी को प्रभु राम अयोध्या पधारेंगे।पूरे देश में सबसे अधिक तो इसी बात को लेकर भजन गए जा रहे हैं कि राम आएंगे राम आएंगे राम आएंगे।
पूरा देश और दुनिया के कोने कोने में जहां भी हिन्दू हैं वे राम की अगवानी के लिए पलक पछाड़े बिछाए हुए हैं। साढ़े पांच सौ वर्षों का इंतजार समाप्त होने वाला है। हमारे जैसे लोग जो ८० पार कर चुके हैं उन्हें तो विश्वास ही नहीं हो रहा था कि वे अपने जीवन काल में प्रभु राम का स्वागत कर पाएंगे उनको अपने जन्म स्थान में देख सकेंगे। २२ जनवरी को तो अयोध्या सब जा नहीं सकते हैं किन्तु सभी राम भक्त टी वी पर चिपके रहकर प्रभु का दर्शन तो कर पाएंगे।
अजीब समा है पूरे संसार का। सभी भाव विह्वल हो रहे हैं सभी भक्तों की आंखों से अश्रु धाराएं निकल रही हैं।
उन राम द्रोहियों की चर्चा छोड़िए। उन पापियों की क्या बात की जाए जो अंत अंत तक प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को रुकवाने की चेष्टा कर रहे थे। ऐसे लोग त्रेता में भी थे और कलियुग के इस चमन में भी हैं। याद कीजिए जब लक्ष्मण की मूर्छा से निकलने के लिए रावण ने राम द्रोही को भेजा कि हनुमान तय समय के अन्दर संजीवनी बुटी नहीं ला सकें। भयानक षड्यंत्र था कि लक्ष्मण की मृत्यु हो जाए औऱ राम पूरे अवसाद में चले जाएं। किन्तु अंततः वही हुआ जो राम चाहते थे।
उसी प्रकार राम द्रोहियों का नेतृत्व कर रही सोनिया के सारे प्रयत्न पूरी तरह निष्फल हो जाएंगे।
पहले तो राम द्रोही लोग कहते थे राम तो सबके हैं।फिर कहने लगे कि मन्दिर की आवशगकता ही क्या है?फिर इन लोगों ने कहा कि ये तारीख तो बता नहीं रहे हैं।फिर कहा निमन्त्रण मिलेगा तो जाएंगे। तारीख भी मिल गयी निमंत्रण भी मिल गया।तो अब ये राम द्रोही ये देश द्रोही कहने लगे कि नहीं जाएंगे समारोह में क्योंकि ये समारोह आर एस एस का है भाजपा का है विश्व हिन्दू परिषद का है। ये अब कह रहे हैं कि भाजपा चुनाव जीतने के लिए ये सब कर रही है।
इन राम द्रोहियों को इन देश द्रोहियों को आर एस एस प्रमुख मोहन जी भागवत ने साफ साफ कह दिया कि राम मंदिर हिन्दुओं की संगठित शक्ति से बन रहा है।हम वैसे लोगों को हिन्दू मानने के लिए तैयार नहीं हैं जिन्होंने साफ साफ कह दिया है कि हम निमंत्रण को अस्वीकार करते हैं। ये सब नास्तिक हैं देश के दुश्मन हैं। जो राम का नहीं वह हमारे किसी काम का नहीं।
एक बात हमें समझना चाहिए कि यदि मोदी नहीं आये होते सत्ता में तो फिर मामला लटकता ही। कल जब एक चैनल पर हिन्दू पक्ष के यशस्वी वकील पिता पुत्र बर्णशंकर जैन अजर विष्णु शंकर जैन को सुन रहा था तो मेरा विश्वास और दृढ़ हो गया कि भाजपा २०१४ में नहीं आती मोदी नहीं आते उत्तर प्रदेश में योगी नहीं आते तो फिर वही होता जो हो रहा था। मुझे अच्छा लगा मोदी का कि उनका यह कहना कि मंदिर बनना सम्भव हो रहा है क्योंकि आर एस एस, विश्व हिंदू परिषद, के लोग लगे रहे और देश में मोदी जैसे सशक्त राम भक्त प्रधानमंत्री, और उत्तर प्रदेश में योगी जैसे सशक्त राम भक्त मुख्यमंत्री के रूप में आ गए।
मुझे तो यह कहना है कि यदि निर्णय आ भी जाता और रष्ट्रवादी हिन्दूवादी सरकार नहीं होती तो इतनी आसानी से यह सब नहीं हो पाता।
इसीलिए राम मंदिर का श्रेय आर एस एस, विश्वहिन्दू परिषद, भाजपा और मोदी योगी को मिलना ही चाहिए।