सैकड़ों गाड़ियों व रथ के साथ ऐतिहासिक शोभायात्रा निकला _
कथा वाचक के रूप में श्रीधाम वृंदावन से पधारें राष्ट्रीय सुप्रसिद्व कथा व्यास श्री शिवकांत जी महराज ने कथा का अमृत प्रवाह कराया !!
श्रवण पुत्र के रूप में राघव जी अपने पिता- रामकृपाल शुक्ल जी एवम् माता इन्द्र वती शुक्ला जी कों भागवत कथा का रसपान कराया !! यह गोपाल वाटिका ग्राम- न्यूदेवराजनगर, जिला – सतना (म.प्र.)में सम्पन्न हुआ इस कथा में कई हजारों की तादात में भक्तों ने कथा का रसपान किया अब आपको बता दें कि कथा की चर्चा बहुत दूर दूर तक चल रही है सम्पूर्ण वैदिक ठंग से कथा शुभारम्भ हुआ !! झाँकियों से तो सभी भक्त भावविभोर हो गये !! राघव जी कहना है कि माता पिता की ख़ुशी से बढ़कर कुछः भी नहीं है !! कथा के बाद महाहवन व महाप्रसाद का भी आयोजन हुआ !!