भारत संभालेगा ग्लोबल सेमीकंडटर मार्केट की कमान, एक बिलियन डॉलर खर्च करेगा माइक्रॉन!
भारत संभालेगा ग्लोबल सेमीकंडटर मार्केट की कमान, एक बिलियन डॉलर खर्च करेगा माइक्रॉन!
चीन और अमेरिका के बीच तनाव की वजह से अमेरिकी कंपनियों ने भारत में भरोसा दिखाना शुरू किया है. अमेरिका चाहता है कि दुनिया सेमीकंडक्टर के मामले में चीन के भरोसे पर ना रहे.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूएस विजिट से पहले ही खुशखबरी आनी शुरू हो गई है. पीएम मोदी के यूएस में पहुंचने से पहले एक बिलियन डॉलर का रिटर्न गिफ्ट मिलता हुआ दिखाई दे रहा है.
■ अमेरिकी चिपमेकर माइक्रॉन टेक्नोलॉजी ने एक बिलियन डॉलर के निवेश का ऐलान किया है, जो कि आने वाले दिनों में 2 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है.
■ अमेरिका चाहता है कि दुनिया सेमीकंडक्टर के मामले में चीन के भरोसे पर ना रहे. ऐसे में भारत को ग्लोबल सेमीकंडक्टर मार्केट की कमान सौंपने की तैयारी चल रही है. इसी वजह से भारत सरकार ने भी भारतीय चिपमेकर्स को 10 बिलियन डॉलर देने का ऐलान किया है.
■ यह डील मोदी की महत्वाकांक्षी “मेक इन इंडिया” को बड़ा बूस्ट होगा. साथ ही वॉशिंगटन को चीन के बाहर प्रमुख सप्लाई चेन को मजबूत करने का अवसर देगा.
■ अमेरिका एडवांस चिपमेकिंग में विविधता लाने पर जोर दे रहा है क्योंकि बढ़ते चीनी तनाव ताइवान जैसे एशियाई मैन्युफैक्चरिंग सेंटर्स पर दुनिया की निर्भरता की वजह से टेंशन हो रही है.
■ अमेरिका की सबसे बड़ी मेमोरी चिप कंपनी माइक्रोन ने 3.6 बिलियन डॉलर की NextGen प्लांट के लिए वित्तीय सहायता भी हासिल की है, जिसे जापान में स्थापित किया जाएगा.
मोदी 21 जून को अपनी पहली औपचारिक राजकीय यात्रा शुरू कर रहे हैं, जिसके अगले दिन राष्ट्रपति जो बिडेन ने उन्हें भोज दिया है. पीएम मोदी अमेरिकी कांग्रेस को भी संबोधित करेंगे. मोदी ने भारत में चिप मेकर्स को लुभाने के लिए 10 बिलियन डॉलर देने का वादा किया है.