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राम मंदिर से पहले ही सरयू तीरे जलाए गए आस्था और आत्मीयता के दीप

दीपोत्सव 2023

राम मंदिर से पहले ही सरयू तीरे जलाए गए आस्था और आत्मीयता के दीप

भक्त हनुमान की जयंती पर 22.23 लाख दीपों से जगमगाई मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की अवधपुरी, दिखी अलौकिक

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत मंत्रिमंडल के कई सदस्यों ने भी दीप प्रज्ज्वलित कर की सुखी-स्वस्थ व समृद्ध भारत की कामना

सिर्फ 72 दिन शेष, फिर 22 जनवरी 2024 को अपने भव्य-दिव्य मंदिर में विराजमान होंगे प्रभु श्रीराम

योगीराज में 21 प्रदेश व 4 देशों के 2500 से अधिक कलाकारों को रामनगरी में मिला मंच

अलौकिक दीपोत्सव के साक्षी बने 54 देशों के राजनयिक

लखनऊ/अयोध्या, 11 नवंबर अद्भुत, अलौकिक, अविस्मरणीय…कल्पनातीत सौंदर्य। 22.23 लाख दीपों से जगमगाती रामनगरी को जिसने भी देखा, अपलक निहारता ही रह गया। प्रभु श्रीराम की नगरी के वासी हों, श्रद्धालु हों या भारत के सुदूर कोने-कोने से आए सैलानी, सभी अवधपुरी के कण-कण, रज-रज में अपने राम को निहार रहे थे यानी हर ओर गुंजायमान रहा राम, सब में राम, जय जय श्रीराम। शनिवार को पड़े इस सातवें दीपोत्सव पर प्रभु के भक्त संकटमोचक हनुमान जयंती से भी भक्ति में लीन अवधपुरी में यह आयोजन अद्वितीय हो गया। सभी के मन में इस बार अलग ही उमंग, उत्साह व उल्लास रहा, क्योंकि 500 वर्षों का संघर्ष समाप्त हो गया। सिर्फ 72 दिन और शेष हैं, इसके बाद 22 जनवरी 2024 को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान होंगे।

अयोध्या दीपोत्सव में शनिवार को आस्था, आह्लाद और आत्मीयता के दीप जले। श्री राममन्दिर निर्माण कार्य पूर्णता की ओर है। इसके पहले सहज आह्लाद के साथ आत्मीयता के भावों को संजोए हुए आराध्य प्रभु के प्रति आस्था निवेदित करते हुए सरयू तीरे जल रहे 22.23 लाख दीपों के बीच निहाल श्रद्धालुओं का हर्ष, उमंग और अनुभूति हर कोई महसूस कर रहा था। सहज भाव से हो रहे ‘राम राम जय राजा राम’ ‘जय सिया राम’ ‘सियावर रामचन्द्र की जय’ जयघोष के साथ सरयू की लहरों में उठती तरंगें देख, ऐसा लगता था कि मानो सरयू मैया भी अपने राम की जयकार कर रही हों। दीपोत्सव के लिए पूरी अवधपुरी को सजाया गया था। अयोध्या के मंदिरों, छोटी गलियों से लेकर मुख्य मार्गों, सभी सरकारी, धार्मिक भवनों पर तो आकर्षक लाइटिंग की ही गई थी, नगरवासियों ने भी घरों में दीप जलाकर अपने राम को अपने बीच महसूस किया।

51 घाटों पर जले 22.23 लाख दीप
अयोध्या में राम की पैड़ी समेत 51 घाटों पर 22.23 लाख दीप जलाए गए। इसके लिए डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्विद्यालय, महाविद्यालयो, इंटर कॉलेजों व स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़े 25 हजार से अधिक स्वयंसेवकों ने दीप लगाए, उसमें तेल बाती डालकर दीप प्रज्ज्वलन में महती भूमिका निभाई।

दीप जलाकर उतारी सरयू मां की आरती
दीपोत्सव पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरयू मैया की आरती भी उतारी। इस दौरान उत्तर प्रदेश कैबिनेट के अन्य सहयोगियों ने भी दीप जलाकर सरयू मैया की आरती उतारी। यहां अनेक साधु-संतों के साथ अनेक विशिष्ट जनों द्वारा आरती की गई। इसके लिए कई मंच तैयार किए गए थे।

हेलीकॉप्टर से हुई पुष्प वर्षा
पुष्पक विमान से अवधपुरी में राम-लक्ष्मण व मां सीता उतरीं तो हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई। मुख्यमंत्री ने रथ भी खींचा। अयोध्या वाली दीपावली में अपने सिरमौर के प्रति श्रद्धा का यह नजारा देख कइयों की आंखों से खुशी की अश्रुधारा बह निकली।

मुख्यमंत्री व राज्यपाल ने की पूजा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने रामकथा पार्क अयोध्या में राम- सीता व लक्ष्मण की आरती उतारी और टीका लगाकर श्रद्धा निवेदित की। यहां राम परिवार व ऋषि-मुनियों का पूजन भी किया।

राम नाम से गुंजायमान हो उठी अवधपुरी
2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब सत्ता संभाली तो दीपोत्सव के भव्य-दिव्य आयोजन की परिकल्पना तैयार की। प्रतिवर्ष इसकी भव्यता बढ़ती चली गई। 2023 में योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह दूसरा दीपोत्सव है, जिसमें 22.23 लाख दीप प्रज्ज्वलित हुए। हर तरफ बस श्री राम, मेरे राम से अवधपुरी गुंजायमान हो उठी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी जयश्रीराम, जय सिया राम से अपना उद्बोधन किया। समापन भी सियावर रामचंद्र की जय से ही हुआ।

अयोध्या में दिखा एक भारत, श्रेष्ठ भारत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना एक भारत, श्रेष्ठ भारत शनिवार को अयोध्या में दिखा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में हुए दीपोत्सव में यहां हर भाषा, शैली, जाति के लोग दीपोत्सव में आस्था का दीप प्रज्ज्वलित करने उमड़े।

कलियुग में अलौकिक दिखी अवधपुरी
त्रेतायुग की अयोध्या शनिवार को कलियुग में भी अलौकिक दिखी। दीपोत्सव में सभी ने अपने आराध्य के प्रति श्रद्धा के दीप जलाए। यहाँ रामायणकालीन व राम-सीता व ऋषि मुनियों समेत 35 स्वागत द्वार बनाये गए। 21 राज्यों के कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। 11 झांकियां निकलीं। दीपोत्सव के 22.23 लाख दीपों के लिए 25 हजार वालंटियरों ने हजारों लीटर सरसों का तेल दीपों में डाला। यहाँ रूस, श्रीलंका, सिंगापुर, नेपाल की रामलीला का मंचन किया गया। देश-विदेश के 2500 कलाकारों की प्रतिभा को रामनगरी में मंच मिला। चौराहों पर रंगोली बनाकर समृद्धि की कामना की गई।

अलौकिक दीपोत्सव के साक्षी बने 54 देशों के राजनयिक
अयोध्या में आयोजित सातवें दीपोत्सव की अलौकिक छटा जहां विश्व के 100 से अधिक देशों में लाइव प्रसारित की गई, वहीं दुनिया के 54 देशों के राजनयिक भी अयोध्या पहुंचकर दीपोत्सव के साक्षी बने। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजनयिकों का अयोध्या में स्वागत व अभिनंदन किया।

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