प्रतापगढ़ _
संवाददाता अफ़रोज़ सिद्दीकी __
सनातन धर्म को मिटाने की बात करने वाले स्वयं मिट गए:– धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुज दास
प्रतापगढ़ धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुजदास ने डी एम के पार्टी के मिनिस्टर उदय निधि स्टालिन जो तमिलनाडु के सी एम स्टालिन के पुत्र हैं। उनके बिगड़े बोल पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि उदय निधि का कहना कि सनातन धर्म मलेरिया डेंगू की तरह है। केवल सनातन धर्म का विरोध नहीं बल्कि खत्म किया जाना चाहिए। हिंदुस्तान के अंदर रहने वाला व्यक्ति इस तरह की बात करता है तो ऐसे व्यक्तियों को हिंदुस्तान में रहने का कोई अधिकार नहीं है। सनातन धर्म अनादि काल से चला आ रहा है इसे खत्म करने का प्रयास करने वाले लोग स्वयं खत्म हो गए। सुअर को कितना भी नहला धुला करके आप रखिए लेकिन जैसे वह आजाद होगा तुरंत गंदे पानी या कीचड़ में प्रवेश करेगा।
उसे साफ पानी पीना भी अच्छा नहीं लगता। सनातन धर्म भारतीय संस्कृति सभ्यता एवं लोगों का कैसे सम्मान करना चाहिए यह सिखाता है। सनातन धर्म हमें मानवता एवं समस्त मानव जाति ही नहीं बल्कि समस्त जीवों के कल्याण की बात को सिखाता है। धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी का उद्घोष धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो, भारत अखंड हो, गौ हत्या बंद हो। विश्व के कल्याण की भावना से दिया गया था यही सनातन धर्म का मूल मंत्र है।
गजराज अपनी मस्ती में चलता है उसके पैरों के नीचे कितने कीड़े मकोड़े आते हैं और समाप्त हो जाते हैं इसी प्रकार कुछ कुत्ते भी भौंकते रहते हैं। सनातन धर्म गजराज की भांति है और इस तरह का बयान देने वाले कीड़े मकोड़े के समान है।
सनातन धर्म में ब्राह्मणों का दिया गया योग आज भारत को विश्व को गुरु बनाने मैं सहायक बन रहा है। हिंदुस्तान के बड़े-बड़े महान वैज्ञानिक सनातन धर्म में आस्था रखते हुए चंद्रयान को चंद्रमा पर पहुंचा रहे हैं। सूर्य की ओर पहुंचने का हमारे देश के सनातनी वैज्ञानिक दृढ़प्रतिज्ञ हैं। यह उन मूर्ख में से एक हैं जो सूर्य के ऊपर थूंकना चाहते हैं उन्हें यह मालूम नहीं है कि उस थूक की गंदगी उन्हीं के ऊपर गिरेगी। बूढ़े बुजुर्ग गांव में गंदे लोगों को उल्लू का पट्ठा कहते थे यह उसी में से एक है।
इंडिया गठबंधन को चाहिए कि ऐसे गंदे लोगों को अपने गठबंधन से निकालकर बाहर करें, अन्यथा आने वाले 2024 के चुनाव में परिणाम भुगतने को तैयार रहें ।