रिपोर्ट-अजीत पाण्डेय
हरियाणा: मेवात में सांप्रदायिक हिंसा के बाद प्रशासन अलर्ट, वीएचपी ने दी चेतावनी
विश्व हिंदू परिषद ने प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाया है. कांग्रेस पार्टी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
मौके पर भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं.
मेवात में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने ‘जलाभिषेक यात्रा’ निकालने का एलान किया था. इस यात्रा में मोनू मानेसर को भी शामिल होना था.
मोनू मानेसर नासिर जुनैद हत्या मामले में अभियुक्त हैं और फ़रार चल रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मोनू मानेसर के इस यात्रा में शामिल होने के चलते ही पथराव हुआ.
मेवात के लोग मोनू मानेसर के शोभा यात्रा में शामिल होने का विरोध कर रहे थे.
इस हिंसा के बाद वीएचपी ने बयान जारी कर इसे पुलिस और इंटेलिजेंस की चूक बताया है.
विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने इस हिंसा की निंदा करते हुए इसके लिए मुस्लिम समुदाय और पुलिस प्रशासन को ज़िम्मेदार ठहराया है.
वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने बयान जारी किया है. उन्होंने कहा,
“आज मेवात में नूंह के नल्हण महादेव के मंदिर से बृज मंडल यात्रा निकलनी थी और जलाभिषेक होना था.
यह हर साल कार्यक्रम होता है, कोई पहली बार नहीं है और इसमें 20 हज़ार लोग भाग लेते हैं.
इसकी तैयारी पुलिस ने नहीं की बल्कि मुसलमानों ने की. कई दिनों से पत्थर इकट्ठे किए जा रहे थे, योजना बनाई जा रही थी.”
इस यात्रा को बढ़े हुए एक किलोमीटर ही हुआ होगा कि हमला हुआ. हमला ऑर्गनाइज़ था, दौड़ा-दौड़ाकर मारने का प्रयत्न हो रहा था.
पत्थरबाज़ी हुई, आग लगाई गई और गोली चलाई गई. ये सूचना थी कि वो संवेदनशील इलाक़ा है, मुझको आश्चर्य है कि सरकार ने पर्याप्त व्यवस्था क्यों नहीं की.
मैं मानता हूं कि ये इंटेलिजेंस की चूक है.
अभी भी लोग सिटी थाने और नूंह के चौक में फंसे हुए हैं. वहां के आसपास के मंदिरों में फंसे हुए हैं. सिटी चौक में 250 तीर्थयात्री और पांच पुलिस वाले हैं. अंधेरा हो गया है,
मुसलमानों की बड़ी आबादी है. सरकार को तुरंत व्यवस्था करनी होगी कि इनको सुरक्षित निकाले.”
इसके साथ ही आलोक कुमार ने चेतावनी जारी करते हुए कहा, “मैं ये भी कहूंगा कि हम सिर्फ़ सरकार का आश्रय नहीं लेंगे, आत्मरक्षा का अधिकार है.
हिंदू अपनी आत्मरक्षा के अधिकार का भरपूर प्रयोग करके इस प्रकार के हमलों का सामना करेगा और उसके परिणाम जो होंगे उसकी ज़िम्मेवारी हम पर नहीं होगी.”
हम सामना भी करेंगे, भयभीत नहीं होंगे. और मेवात को हिंदुओं के लिए सुरक्षित क्षेत्र बनाना सुनिश्चित करेंगे.
रात और गहराए उससे पहले चाहे केंद्र से सुरक्षाबल भेजे जाएं या एयरलिफ़्ट करना पड़े,
पुलिस को यह प्रयत्न करना होगा कि लोग सुरक्षित रहें और सुरक्षित वहां से निकल सकें.”
सांप्रदायिक हिंसा के बाद नूंह से कांग्रेस विधायक चौधरी आफ़ताब अहमद सड़क पर उतरे और उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
उन्होंने इस हिंसा के लिए प्रशासनिक नाकामी को ज़िम्मेदार ठहराया है.