
रिपोर्ट-अजीत पाण्डेय
अध्यापक लापरवाह बच्चे हुए आवारा
कौशांबी सभी लोगों की यह मंशा है कि बच्चे पढ़ लिख कर शिक्षित बने और आगे चलकर भविष्य में ऐसा कोई काम कर सके जिससे माता-पिता को सुख मिले यही आशा के साथ माता पिता अपने बच्चों को उत्तर प्रदेश सरकार की सारी सुख सुविधाओं को छोड़कर प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन करा रहे हैं जहां प्राइवेट स्कूलों में कापी, किताबें ,फीस और यहां तक की मार्केट से खरीद कर स्वयं स्कूलों में रखकर अधिक दामों पर बच्चों को बेचा जा रहा है इसके बावजूद भी स्वर्गीय सुरेंद्र कुमार इंटरमीडिएट टिकरामवई गांव में चल रहा यह विद्यालय के अध्यापक और प्रिंसिपल लापरवाह होने के चलते बच्चे आवारा हो रहे हैं देखरेख न होने के कारण बच्चे इधर उधर घूमते नजर आ रहे हैं जिसका वीडियो वायरल हो रहा है इससे साफ जाहिर हो रहा है कि इन स्कूलों से अच्छा तो सरकारी विद्यालय ही अच्छे हैं क्योंकि इतनी अधिक फीस ड्रेस का पैसा और महंगी किताब होने के बावजूद भी अध्यापक लापरवाह हैं और बच्चों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं जिससे बच्चों का भविष्य खराब होता नजर आ रहा है !!