भईया मैं बेकसूर हूं एक बार साहब से मेरी सिफारिश कर मुझे इनकी शरणं दिलवा दीजिए
सूत्र प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश में अभी तक अपराधियों का बोलबाला था पर योगी राज में अपराध करना तो दूर अपराधी योगी जी के नाम से थर थर काप रहे हैं
दरअसल प्रतापगढ़ जनपद में पिछले काफी समय से चर्चित अपराधियों का बोलबाला है एक इमानदार आफिसर सतपाल अंतिल जिन्हें निरन्तर अपराध व सक्रिय अपराधियों के विरुद्ध अंकुश लगाए जाने एवं विधिक कार्रवाई करने के नाम से जाना जाता है मगर अब देखना या है कि नए कप्तान साहब द्वारा इन अपराधियों पर क्या कार्रवाई की जाती है क्योंकि कई बड़े कारनामे में लिप्त बहरुपिया को पत्रकार इमानदार आफिसर से कुछ चापलूस लोगों ने सिफारिश कर संरक्षण दिला रखा है जो आएं दिन भोला भाला पत्रकार बन कर इनकी शरण में घूम फिर कर अपने कारनामों पर पर्दा डालने का खेल कर रहा है अब पुलिस महकमा को अपने जेब में रखने की धमकीं देते हूए बेहिचक किसी को भी उसकी मां बहन व जाति सुचक भद्दी भद्दी गालियां दे रहा है पुलिस भी इसकी बेजा हरकतें से ख़ौफ़ खाती है और जब अपराधी पत्रकार बन जाता है तो शायद काँपने भी लगती है कुछ ऐसा ही नजारा बेल्हा में देखा जा रहा है पुलिस किसी भी अपराधी को अपराधी ना समझना भी एक अपराध की श्रेणी में अता है और जब अपराधी अपनी कमर पर खुले आम तमंचा लगा कर घूमता है और सोशल मीडिया पर अपनी फ़ोटो लगा कर दहशतगर्दी फैलाता है तब भी योगी जी की पुलिस हाथ पर हाथ रख कर बैठ जाती है हद तो तब हो जाए जब अपराधी जाती सूचक शब्द का इस्तेमाल खुले आम वाट्सऐप पर देता है तब भी पुलिस को सांप सूंघ जाता है इस घटना की जानकारी लगभग 4 वर्ष से दी जा रही है परन्तु ऐसी क्या परिस्थिति है की कोई कार्यवाही नहीं की जाती अपराधी अगर किसी पेपेर या न्यूज़ चैनल से जुड़ जाता है तो क्या पत्रकार अपराध मुक्त होता है यह भी अपने आप में बड़ा सवाल है
योगी जी का ये कहना ग़लत साबित होता है की उत्तर प्रदेश अपराध मुक्त है इसका जीता जागता सबूत आपके सामने।