
कौशांबी
खबर चलने से बौखलाए अध्यापक ने पत्रकार के बच्चे को किया टॉर्चर
रिपोर्टः __अजीत पाण्डेय दमदार 24न्यूज़
दरअसल कौशांबी नगर पालिका परिषद मंझनपुर के वार्ड नंबर 12 शहीद सोहनलाल नगर के प्राइमरी पाठशाला समदा में 15 दिन पहले पंखे का कंडेनसर जल जाने के कारण पंखा धीमी गति से चल रहा था बच्चों के अनुसार विद्यालय में जाकर देखा गया तो प्राइमरी पाठशाला समदा और उच्च प्राथमिक विद्यालय समदा दोनों विद्यालय के पंखों के कंडेनसर खराब थे जिसे बदलवाने के लिए दोनों विद्यालय के अध्यापकों से प्रार्थना किया गया कि विद्यालयों के पंखों के कंडेनसर बनवा दिया जाए जिससे इस उमस भरी गर्मी से बच्चों को निजात मिल सके 8 दिन बीतने के बाद बच्चों ने फिर से बताया कि अभी तक विद्यालय के पंखों के कंडेनसर नहीं बदलाए गए हैं दोबारा जाकर विद्यालय में देखा गया तो फिर भी सही पाया गया और अध्यापकों से फिर से रिक्वेस्ट किया गया बहर हाल किसी तरह प्राइमरी पाठशाला के अध्यापकों ने पंखों के कंडेनसर बदलवा दिए और बच्चों ने बताया कि अध्यापक पढ़ाते पढ़ाते कुर्सी पर सो भी जाते हैं इस खबर को जब प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने खबर को चलाया तो खबर चलने से प्राइमरी पाठशाला समदा के सहायक अध्यापक सहाब आलम बौखला गए और बच्चों से कहने लगे कि राजकुमार विद्यालय आएगा तो उसे काटकर पंखे में टांग दिया जाएगा विद्यालय से सुनकर आस पड़ोस के बच्चों ने राजकुमार से बताया तो राजकुमार ने अपने अभिभावक माता-पिता से बताया माता-पिता के समझाने से राजकुमार ने सोमवार के दिन विद्यालय गया सोमवार मंगलवार के दिन किसी तरह से राजकुमार दुबक कर सहाब आलम सहायक अध्यापक से छुपता रहा लेकिन घर पर इसकी भनक अपने माता-पिता को नहीं दिया मंगलवार के दिन सहायक अध्यापक साहब आलम दोपहर के समय जैसे ही विद्यालय में राजकुमार को देखा तो डंडे लेकर राजकुमार के पास पहुंच गए जिससे राजकुमार बेहोश होकर विद्यालय में गिर गया विद्यालय के बच्चों ने राजकुमार को उठाया तब तक विद्यालय में छुट्टी हो गई सभी बच्चे अपने-अपने घर गए फिर भी राजकुमार ने अपने माता-पिता से नहीं बताया शाम के समय जब दोबारा बेहोश हो गया तो बच्चे को लेकर 1:00 बजे रात तक जिला अस्पताल और कई अस्पतालों में ले जाया गया लेकिन किसी प्रकार से राजकुमार की तबीयत सही नहीं हो सकी रात्रि दो बजे के लगभग कढ़ाई के साथ मां ने पूछा तो सारी असलियत बयां कर दी जब माता-पिता दोनों ने बच्चे को किसी तरह से नाम हटवा कर किसी दूसरे विद्यालय में नाम लिखाने के लिए समझाया और बुझाया गया तो किसी तरह से रात में तो सो गया किंतु सुबह पहर नाम लेने से बेहोश हो गया ।जिसकी सूचना स्वयं सहायक अध्यापक साहब आलम से किया गया और प्रधानाध्यापक से विद्यालय में जाकर किया गया लेकिन दूसरे का बच्चा होने के नाते किसी अध्यापक ने बच्चे के स्वास्थ्य के विषय में नहीं पहुंच सके जब विद्यालय के प्रधानाध्यापक से सहायक अध्यापक का नाम और फोन नंबर पूछा गया तो आनन-फानन में 2 सहायक अध्यापकों के साथ प्रधान अध्यापक घर पहुंच गए और बच्चे से पूछताछ की बच्चे ने सहायक अध्यापक सहाब आलम के विषय में जो घटना घटी वह पूरी बयां किया और जैसे ही सहायक अध्यापक साहब आलम का नाम लिया गया तो बच्चा पुनः बेहोश हो गया यह दृश्य विद्यालय के प्रधान अध्यापक और सहायक अध्यापक देखते रहे और सुनते रहेआज भी सहायक अध्यापक का नाम जिस समय लिया जाता है बच्चा बेहोश हो जाता है हालांकि चार महीना पढ़ाने के बाद शुक्रवार के दिन बच्चे का नाम हटा लिया गया है और कानूनी कार्रवाई की जा रही है सूचना पुलिस प्रशासन को दी गई पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर मौका मुआयना कर न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।