ग्रामीण सचिवालय धरातल पर दम तोड़ती, सरकार अंजान या जिले के अधिकारी कर रहे सरकार को गुमराह
प्रतापगढ़ के १७ ब्लाक मे ग्रामीण सचिवालय योजना दम तोड़ती दिख रही है!
जिम्मेदारों ने कागजो मे संचालित कर रखे हैं ग्रामीण सचिवालय
सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी योजना का गला घोंट दिया गया
१७५०००/₹ मे कंप्युटर सिस्टम,कुर्सी मेज, सोफा आलमारी, सीसीटीवी कैमरे, सोलर के साथ इनवर्टर बैट्री आदि की सुविधा
कंप्युटर सिस्टम खरीदे बाकी समाग्री कागजो मे दिखा सरकारी धन गबन
पंचायत सहायक का मानदेय ६०००/₹ दिया जा रहा है,
जिम्मेदारों के द्वारा हवाला दिया जाता है कि ग्रामीण सचिवालय से समान चोरी हो जायेगा तो कौन जिम्मेदार होगा।
सूत्रों की माने तो कुछ प्रधानों ने फितूर का दिमाक लगाकर ग्रामीण सचिवालय में चोरी की घटना की तहरीर दिया जा रहा है और अपने गुनाह अज्ञात चोरो के सिर मड़े जा रहे
एक चोरी की घटना दर्ज करवा कर पुलिस विभाग के रिकार्ड मे बढ़ोत्तरी की जा रही!
ब्लाक सांगीपुर, रामपुर संग्रामगढ़, लालगंज, बिहार, कुंडा, शिवगढ़, कालाकांकर, बाबागंज, लक्षमनपुर, मांधांता आदि में व्यापक समस्या ग्रामीण सचिवालय को लेकर!
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प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालयों की स्थापना ने ग्रामीण जीवन को सहज बनाया है। यहां पंचायत सहायक/अकाउंटेंट कम डाटा एंट्री ऑपरेटर नियुक्त किए गए हैं। पहली बार गांवों के लिए आर्किटेक्ट/कन्सल्टिंग इंजीनियर का इम्पैनलमेंट किया जा रहा है।
ग्राम पंचायतें ऑनलाइन कार्यों में सक्षम हैं। आज शासन की योजनाओं का सीधा लाभ गांव में बैठे व्यक्ति को मिल रहा है – सीएम योगी आदित्यनाथ