कार्यवाहक जिलाध्यक्ष गुलशन यादव को सीजेएम कोर्ट ने दिया जमानत
धारा ३९५ मे मांगे जा रहे रिमांड को रिफ्यूज करते हुए कोर्ट ने दिया जमानत
कुंडा पुलिस ने
प्रयागराज शहर स्थित आवास से मंगलवार की सुबह गिरफ्तार करके कुंडा लायी
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मेडिकल परीक्षण के बाद जिला सत्र न्यायालय में किया पेश
गत विधानसभा चुनाव के मतदान के दिन क्षेत्र भ्रमण के दौरान सपा प्रत्याशी गुलशन यादव के ऊपर साहिबपुर में हुआ था हमला
राजनीतिक द्वेष भावना से गुलशन को डकैती और मारपीट का बना दिया गया था आरोपी
एक अन्य मुकदमे में झांसी से आकर कुंडा मे फुलकी बेचने वाली महिला से मुँह तोड़ी होने के कई महीनों बाद छेड़खानी व १०००₹ रुपए छीनने का आरोप लगवाकर लिखवाया दिया गया था मुकदमा
कुंडा मानिकपुर थाने में अब तक हत्या के प्रयास, गैंगस्टर समेत विभिन्न धाराओं में 33 मुकदमें हुए हैं दर्ज
प्रतापगढ़ । समाजवादी पार्टी के कार्यवाहक
जिलाध्यक्ष व पूर्व कुंडा नगर पंचायत अध्यक्ष तथा विधानसभा चुनाव के सपा प्रत्याशी रहे गुलशन यादव को राजनीतिक विद्वेष की भावना से लिखाए गए दो मुकदमें में कुंडा पुलिस ने उनके प्रयागराज शहर स्थित आवास से मंगलवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया।गिरफ्तारी के बाद उन्हें कुंडा कोतवाली लाया गया। कुंडा कोतवाली के आसपास पुलिस का कड़ा पहरा लगा दिया गया जहां गुलशन यादव से मिलने की किसी को इजाजत नहीं दी गई। स्वास्थ्य परीक्षण के लिए ले जाने के पहले ही सीएचसी कुंडा परिसर में भारी पुलिस तैनात कर दिया गया, ताकि कोई भी सपा का कार्यकर्ता मिलने ना पाए*
सीएचसी में भी पुलिस ने लाठी जमीन पर पटककर सपाइयों को खदेड़ दिया। कार्यकर्ताओं ने अपने नेता की एक झलक पाने के लिए तरसते रह गये। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जिला सत्र न्यायालय प्रतापगढ़ में पेश किया गया।
सीजेएम कोर्ट ने सपा नेता गुलशन यादव की जमानत अर्जी मंजूर करते हुए धारा ३९५ मे रिमांड को रिफ्यूज कर दिया।
सपा नेता पर कुंडा कोतवाली समेत मानिकपुर थाने में हत्या, हत्या के प्रयास व गैंगस्टर गुंडा एक्ट जैसी विभिन्न धाराओं में राजनीतिक विद्वेष की भावना से 33 मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। जिनमें अधिकांश मुकदमों में राजा भैया के साथ सहअभियुक्त रहते हुए लगे हैं।
गुलशन यादव के अनुज भ्राता सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव पहले से ही जिला कारागार में बंद है।
बता दें कि सपा नेता गुलशन यादव की जिस मुकदमें में गिरफ्तारी हुई है। वह मामला फरवरी 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से कुंडा विधानसभा के प्रत्याशी रहे थे। मतदान के दिन क्षेत्र भ्रमण के दौरान कुंडा कोतवाली क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय सहिबापुर मतदान केंद्र पर विपक्षियों द्वारा धांधली किए जाने की शिकायत मिलने पर गुलशन यादव वहाँ पहुँचे थे कि इनके ऊपर हमला कर दिया गया था। मामला सपा मुख्यालय पहुँचने पर पार्टी ने कड़ा विरोध जताया था तब जाकर भारी पुलिस बल पहुंचकर जान बचाई थी। गुलशन यादव के खिलाफ राजनीतिक विद्वेष की भावना से विजय प्रताप सिंह की तहरीर पर मारपीट व चोरी की धारा 380, 452, 427, 506 आईपीसी का मुकदमा कुंडा कोतवाली में दर्ज हुआ था। विवेचक क्राइम इंस्पेक्टर संजय सिंह ने चोरी की घटना को डकैती में तब्दील करते हुए धारा 395, 452, 427 व 506 आईपीसी की धारा में चार्ज सीट न्यायालय में दाखिल किया था। उसके बाद कुंडा नगर पंचायत चुनाव के पूर्व जनपद झांसी से आकर कुंडा मे रहते हुए फुलकी बनाकर बेचने वाली एक महिला ने गुलशन यादव के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था कि उन्होंने हमारे साथ छेड़खानी व १००० रुपये छीन लिया है। महिला मुकदमा दर्ज करवाने के बाद से गायब हो गयी थी।
दोनों मुकदमों में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए न्यायालय में चार्ज सीट दाखिल कर दी थी। न्यायालय से गैर जमानती वारंट जारी होने पर कुंडा कोतवाली पुलिस ने २८ अगस्त मंगलवार को सपा नेता गुलशन यादव को उनके प्रयागराज स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया।
*बसपा सरकार मे राजा भईया समेत उनके करीबियों पर मुकदमों की हुयी बौछार*
गुलशन यादव के खिलाफ कुंडा कोतवाली में पहली बार सन १९९८ में मुकदमा दर्ज हुआ था। तब सपा नेता गुलशन यादव कुंडा विधायक कुंवर रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया के बहुत करीबी सहयोगी हुआ करते थे। जिसमें अधिकांश मुकदमें राजा भैया के साथ सह अभियुक्त के रूप में कुंडा मानिकपुर में बसपा शासन काल के दौरान पंजीकृत हुए थे। अब तक गुलशन यादव के खिलाफ 33 मुकदमे कुंडा मानिकपुर थाने में दर्ज हुए हैं। राजा भैया का साथ छोड़ने तथा खिलाफ में विधानसभा का चुनाव लड़ने का खामियाजा इस समय गुलशन यादव व उनके छोटे भाई छविनाथ यादव को भुगतना पड़ रहा है। वर्तमान में एक भाई सलाखों के पीछे कैद है। सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव को कुंडा नगर पंचायत चुनाव के मतदान के दिन संग्रामगढ़ पुलिस ने मारपीट के फर्जी मुकदमे में गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। जबकि उक्त घटना जनसत्तादल व सपा कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हुयी थी । उनके जेल जाने के उपरांत सपा ने गुलशन यादव को कार्यवाहक जिलाध्यक्ष बना दिया है।
लोकतांत्रिक देश में सबको चुनाव लड़ने का अधिकार भारतीय संविधान देता है। राजनीति में विद्वेष की भावना के लिए कोई जगह नहीं है। किन्तु आज कि गन्दी गटर्युक्त राजनीती की वजह से सत्तासीन नेता किसी भी हद तक जाकर लोकतंत्र को कुचलने का कोई कोर कशर नही छोड़ते हैं। राजनीति दो मुँहा सांप की तरह है। न चाहते हुए भी चेहरे पर मुस्कान दिखाना पड़ता है।
अपनी राजनीति व वर्चश्व को बचाने के लिए झूठे बेबुनियाद आरोप लगवाकर कुचलने की भरपूर कोशिश करते हैं। देश आज़ाद तो ७५ वर्ष पूर्व हो गया, किन्तु परिवारवाद वंशवाद की राजनीति व अपने वर्चश्व को बचाये रखने की खातिर आज भी गुलाम बनाकर रखा हुआ है, जो कि लोकतांत्रिक देश के लिए एक कलंक के समान है।