युवक का खेत में मिला शव, हत्या का केस दर्ज
दिलीपपुर के सरखेलपुर की घटना,खेत में घसीटने के निशान देख परिजनों ने किया हंगामा
सुबह घर से शौच के लिए निकले युवक का दोपहर को लहसुन के खेत में शव पाया गया। खेत में उसे घसीटने का निशान देखकर परिजन पड़ोस के ही लोगों पर हत्या का आरोप लगाने लगे। पुलिस ने हत्या से इनकार किया तो परिजन आक्रोशित हो उठे। हालांकि बाद में पिता की तहरीर पर दो के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया। शव मिलने के बाद ही आरोपित घर से फरार हो गए थे।
दिलीपपुर के सरखेलपुर निवासी गयाप्रसाद वर्मा का बेटा रामप्रताप वर्मा (45) मंगलवार सुबह घर से शौच के लिए निकला फिर लौटकर नहीं आया। दोपहर में उसके दो बेटे कुछ अन्य लड़कों के साथ उसकी खोजबीन करने लगे। घर से करीब 500 मीटर दूर लहसुन के खेत में उसका शव पाया गया। गांव के लोग पहुंचे तो करीब ही घसीटने का निशान देखकर लोग हत्या का आरोप लगाने लगे। दिलीपपुर थाने के पुलिसकर्मी पहुंचे और हत्या की बात खारिज की। इस पर लोग हंगामा करने लगे। एसओ राधेश्याम ने परिजनों से बात कर कार्रवाई का आश्वासन दिया तो लोग शांत हुए। पुलिस ने पिता की तहरीर पर शक के आधार पर गांव के ही रामचंद्र पटेल, उमाशंकर तिवारी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया। पुलिस आरोपितों के घर पहुंची लेकिन वे फरार हो गए थे। एसओ राधेश्याम ने बताया कि तहरीर के आधार पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
नहीं पता चला मौत का कारण, बिसरा सुरक्षित
रामप्रताप वर्मा का शव मिलने के बाद हत्या का आरोप लगा तो पुलिस ने तहसीलदार रानीगंज की मौजूदगी में शव का पंचनामा किया। वीडियोग्राफी के बीच डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया। सूत्रों के अनुसार पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। ऐसे में जांच के लिए बिसरा और दिल सुरक्षित कर लिया गया।
जून में होनी है बड़ी बेटी की शादी
रामप्रताप वर्मा को एक बेटी और दो बेटे हैं। सबसे बड़ी बेटी की उसने शादी तय कर दी थी। जून में बेटी की बारात आनी है। इससे पहले रामप्रताप की मौत ने पूरे परिवार को झकझोर दिया।
परिजन बोले मिली थी धमकी, दी थी तहरीर
रामप्रताप का शव मिलने के बाद हत्या का आरोप लगा रहे परिजनों ने कहा कि वह पहले ही इसकी आशंका जता चुका था। उसने 24 दिसंबर को इस बाबत थाने में तहरीर भी दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उस तहरीर में रामप्रताप ने कहा था कि विरोधी उस पर खेत से लहसुन उखाड़ने का आरोप लगाते हुए हत्या की धमकी दे रहे हैं। हालांकि एसओ राधेश्याम ने पूर्व में कोई तहरीर मिलने से इनकार किया। कहा कि परिजन यह नहीं बता पा रहे हैं कि तहरीर किसे दी गई थी। थाने में उसकी तहरीर किसी रजिस्टर में नहीं दर्ज है।