वन विभाग व पुलिस विभाग की मिली भगत से जिले में चल रही अवैध आरा मशीन
कुंडा प्रतापगढ़
जहाँ एक ओर बीजेपी सरकार पर्यावरण को लेकर काफी जागरूक दिखाई पड़ रही है,वही पर्यावरण को बचाने के लिए करोड़ों रुपए की योजनाएं ला रही हैं, और वहीं दूसरी ओर कुंडा और बिहार में वन विभाग की मिली भगत से अवैध आरा मशीनों का कारोबार जोरो पर फल फूल रहा है वन विभाग के निचले स्तर के अधिकारी पैसा लेकर हरे पेड़ों की कटान करवाने से भी पीछे नहीं हट रहे बिहार ब्लॉक के दर्जनों अवैध आरा मशीनें जोर शोर से से चल रही है इस पर एक कहावत बिल्कुल फिट बैठती है कि जब सईया भए कोतवाल तो डर कहेका । सूत्रों की मानें तो आरा मशीन चलाने के एवज में वन विभाग के फॉरेस्टर व रेंजर तथा सम्बंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी नजराना लेकर मशीनों को चलाने का सर्टिफिकेट दे देते है ऐसे में देखने वाली बात है की क्या इसकी जानकारी वन विभाग के आला अधिकारियों को नही है या उनको भी उनका हिस्सा मिलता रहता है आखिर कब तक ऐसे अधिकारियों की मिली भगत से अवैध आरा मशीनों का कारोबार चलता रहेगा या इन भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही होगी और पर्यावरण को खत्म होने से बचाया जा सकेगा