प्रेस विज्ञप्ति
प्रतापगढ़
4 नवंबर 2024
जनपद प्रतापगढ़ के अंतर्गत उपभोक्ताओं को विद्युत की सप्लाई करने वाले पावर हाउस पर लाइन मेंटेनेंस एवं ऑपरेशन के कर्मचारियों में काम के बढ़ते हुए बोझ और आवश्यकता को देखते हुए मैनपॉवर सप्लाई के अंतर्गत कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के बजाय करीब 300 कर्मचारियों की संख्या कम कर देने, पावर हाउस पर बिना सत्यापन किए हुए संविदाकार फर्म द्वारा श्रमिकों का समायोजन करने, माह अक्टूबर 2024 में बड़ी संख्या में ड्यूटी पर कार्य लेते हुए भी वेतन नहीं देने, बिना सुरक्षा सामग्री के नया अनुबंध होने के बावजूद श्रमिकों से कार्य लिए जाने, पंजीयन के नाम पर अनुबंध के इतर जाकर श्रमिकों से धनराशि लेने, समायोजन में पैसे लेने, कुशल श्रमिकों को जबरन अकुशल कर देने, विगत 15 माह में ड्यूटी पर कार्य करते हुए दुर्घटना से मृतक हो गए कर्मचारियों के परिजन को तात्कालिक सहायता की धनराशि का भुगतान नहीं किए जाने एवं दिनांक 16 अक्टूबर 2024 को अधीक्षण अभियंता द्वारा उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ के साथ द्विपक्षीय वार्ता की कार्यवाही में एक तरफ मनमानी कार्यवाही लिखे जाने, आश्वासन के अनुरूप कार्यवाही नहीं किए जाने आदि को लेकर प्रतापगढ़ के आउटसोर्सिंग पर काम करने वाले संविदा कर्मचारियों में भारी आक्रोश है।
जिसके चलते उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ के तत्वाधान में दिनांक 4 नवंबर 2024 से अनिश्चितकालीन आंदोलन धरना प्रदर्शन अधीक्षण अभियंता कार्यालय चिलबिला प्रतापगढ़ पर आरंभ हो गया है।
आंदोलनकारी अड़े हुए हैं कि गड़बड़ी करने वाली फर्म तथा डिवीजन के अधिशासी अभियंता को सूची के साथ आंदोलन स्थल पर बुलाया जाए तभी वार्ता होगी और समझौता हो सकेगा।इस संबंध में श्रमिक नेता हेमंत नंदन ओझा एवं उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ के जिला मंत्री राम सूरत ने कहा कि प्रबंधन पूरी तरह मनमानी पर उतारू है उसके भाषा और कार्य में भारी अंतर है और कर्मचारियों का बड़े पैमाने पर शारीरिक मानसिक आर्थिक शोषण तो हो ही रहा था अब उसे भूखा मार डालने के मंसूबे के विरुद्ध मजबूरन आंदोलन की कार्यवाही का निर्णय लिया गया है।
ऐसे में जबूर होकर अनिश्चितकालीन आंदोलन का निर्णय लिया गया है।
मजदूर नेता हेमंत नंदन ओझा ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा है कि वास्तव में अधिकारी और आउटसोर्स एजेंसी आपस में मिली हुई हैं और पूरी तरह अनियमितता भ्रष्टाचार में डूबी हुई हैं।