हरे पेड़ों की कटाई से लोगों में आक्रोश
श्रमिक बस्ती, नैनी से पीएसी को हटाने की मांग
नैनी, प्रयागराज। वन विभाग से एनओसी लिए बगैर, खाकी वर्दीधारी 42 वीं वाहिनी, पीएसी, नैनी, प्रयागराज के अधिकारियों और कर्मचारियों ने श्रमिक बस्ती, नैनी में सैकड़ो हरे पेड़ काट डाले। जिससे जनता में भारी आक्रोश व्याप्त है। लोगों ने श्रमिक बस्ती से पीएसी को हटाने की मांग की है ।
50 वर्षों से पूजित पीपल, नीम, पाकड़ आदि के पेड़ काटने के बाद अवैध कटाई का यह सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है। न तो यहां कोई सड़क बन रही है, न कोई निर्माण हो रहा है। श्रमिक बस्ती, मानस पार्क में यह विशालकाय वृक्ष पार्क की शोभा बढ़ाता था। उस हरे पेड़ को काटकर पीएससी प्रशासन ने जिस बेरहमी का उदाहरण दिया है। उससे लगता है की प्रकृति के सबसे बड़े शत्रु यही लोग हैं। श्रमिक बस्ती के निवासियों का कहना है कि मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी को इस घटना को संज्ञान में लेते हुए कड़ी कार्रवाई करना चाहिए, ताकि हरे पेड़ों की अवैध कटाई पर रोक लगा सके। श्रमिक बस्ती समिति के महासचिव विनय मिश्र ने कहा है कि पीएसी प्रशासन द्वारा कॉलोनी में लगाए गए सैकड़ो पेड़ों को काटकर बाजार में बेच दिया गया।
बच्चों के लिए बनाए गए पार्क और खेल के मैदानो में कूड़ा फेंक कर 42वीं वाहिनी पीएसी नैनी के अधिकारी और कर्मचारी श्रमिक बस्ती में भीषण गंदगी फैला रहे हैं। मजदूरों के लिए बनाए गए राजकीय श्रम हितकारी केंद्र पर अवैध कब्जा करके इन्होंने उसे कूड़ेदान बना दिया है। केंद्र परिसर में जंगल उग आया है।
श्री मिश्र ने श्रमिक बस्ती, नैनी व राजकीय श्रम हितकारी केंद्र से पीएसी को हटाने की मांग की है। महासचिव विनय मिश्र ने कहा है कि 42 श्री वाहिनी पीएसी प्रशासन की अराजक गतिविधियों से नैनी क्षेत्र में अशांति उत्पन्न हो रही है और इनके रहने से नैनी का माहौल खराब हो रहा है। जिसकी वजह से जनता में भारी आक्रोश व्याप्त है।